यूपी के बदायूं में एक पति को अपनी गर्भवती पत्नी का पेट फाड़ने के जुर्म में उम्रकैद की सजा सुनाई गई है। यह घटना 2020 की है, जब पति ने यह देखने के लिए पत्नी का पेट फाड़ दिया कि गर्भ में बेटा है या बेटी। महिला पहले ही पांच बेटियों को जन्म दे चुकी थी।
इस दिल दहलाने वाली घटना में, पति ने प्रसव का इंतजार न करते हुए पत्नी का हसिए से पेट फाड़ दिया। महिला के गर्भ में बेटा था, लेकिन इस घटना से उसकी मौत हो गई।
कोर्ट ने तीन साल बाद पति को आजीवन कारावास और 50 हजार रुपये जुर्माने की सजा सुनाई। आरोपी, पन्नालाल, नशे की हालत में झगड़ा करते हुए यह जघन्य कृत्य किया।
घटना बदायूं के थाना सिविल लाइन के मोहल्ला नेकपुर की है। अनीता ने बताया कि उसके पति ने पहले से पांच बेटियों के होने के कारण छठे बच्चे का लिंग जानने के लिए यह कदम उठाया। पेट फटने से 8 महीने के गर्भ का पैर बाहर निकल आया था। अनीता का लगभग 8 महीने इलाज चला और पन्नालाल को गिरफ्तार कर लिया गया। जमानत पर बाहर आने के बाद भी उसने अनीता और उसकी बेटियों से मारपीट की, लेकिन अनीता ने समझौता नहीं किया।
अब अनीता अपनी पांच बेटियों के साथ एक परचूनी की दुकान चलाकर जीवन यापन कर रही हैं।
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